Husband-Wife Joke Hindi
पति वह प्राणी है जो
भूत प्रेत से बेशक न डरे
मगर
पत्नी की ‘4 missed call’
खौफ पैदा करने के लिए काफी है!!!!
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भूत प्रेत से बेशक न डरे
मगर
पत्नी की ‘4 missed call’
खौफ पैदा करने के लिए काफी है!!!!
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गेम शो होस्ट: अगर आपकी बीवी और सास पर
कोई बाघ हमला कर दे तो आप पहले किसको बचाएंगे?
कोई बाघ हमला कर दे तो आप पहले किसको बचाएंगे?
पप्पू: बेशक बाघ को, आखिर बेचारे बचे ही कितने हैं..
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एक मीटिंग के बाद मैं होटल से बाहर आई. मैंने अपनी कार की चाबियाँ तलाशीं, लेकिन मेरे पास नहीं थीं. वापस मीटिंग रूम में जाकर देखा, वहाँ भी नहीं थीं.
अचानक मुझे लगा कि चाबियाँ शायद मैं कार के इग्नीशन में ही लगी छोड़ आई थी. मेरे पति बहुत बार मेरी इस आदत के लिए मुझे डाँट चुके थे.
जबकि मेरा तर्क ये होता था कि चाबियों को कहीं और भूल जाने की अपेक्षा, इग्नीशन में लगी छोड़कर भूल जाना अच्छा ..
उनका कहना ये होता था कि इग्नीशन में चाबियाँ भूलने पर गाड़ी चोरी हो सकती है.
.
खैर, जब मैं पार्किंग में पहुँची तो मुझे समझ आया कि मेरे पति सही थे. पार्किंग खाली थी, कार चोरी हो चुकी थी.
.
मैंने तुरंत पुलिस को कॉल किया, अपनी लोकेशन और पार्किंग एड्रेस बताया और कार की पूरी जानकारी दी.
मैं बराबर कन्फ्यूज थी कि चाबियाँ इग्नीशन में भूल जाने के कारण ही कार चोरी हो गई थी.
फिर मैंने अपने पति को डरते-डरते कॉल लगाईं और बोली—“डार्लिंग ( ऐंसे समय मैं उन्हें डार्लिंग कहकर ही बुलाती थी ) मैं अपनी कार की चाबियाँ इग्नीशन में भूल गई और अपनी कार चोरी हो गई.!”
.
फोन पर थोड़ी देर शान्ति रही. मुझे लगा मेरे पति गुस्से में फोन काट देंगे. लेकिन फिर उनकी गुस्से में चिल्लाने की आवाज आई—“बेवकूफ, मैं खुद तुम्हे मीटिंग अटेंड करने के लिए होटल छोड़कर आया था.!”
.
अब शांत रहने की मेरी बारी थी. मैं खुश हो गई थी कि चलो कार चोरी तो नहीं हुई. फिर मैंने कहा—“ओके, तो फिर प्लीज, मुझे लेने के लिए ही आ जाओ.?”
.
पति फिर चिल्लाए—“मैं जितनी जल्दी हो सकेगा, तुम्हें लेने के लिए पहुँचता हूँ, लेकिन पहले इस पुलिस वाले को तो बताओ, कि मैंने तुम्हारी कार नहीं चुराई है, जिसने मुझे पकड़ रखा है….!”
.
अकेले मत हँसिए……..दूसरे पति/पत्नियों को शेयर कीजिये,
क्योंकि ….
रोज बहुत सारी चीजें गलत होती रहती हैं।
लेकिन हर बात के लिए, भगवान या सरकार को कोसते रहना ठीक नहीं….
अचानक मुझे लगा कि चाबियाँ शायद मैं कार के इग्नीशन में ही लगी छोड़ आई थी. मेरे पति बहुत बार मेरी इस आदत के लिए मुझे डाँट चुके थे.
जबकि मेरा तर्क ये होता था कि चाबियों को कहीं और भूल जाने की अपेक्षा, इग्नीशन में लगी छोड़कर भूल जाना अच्छा ..
उनका कहना ये होता था कि इग्नीशन में चाबियाँ भूलने पर गाड़ी चोरी हो सकती है.
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खैर, जब मैं पार्किंग में पहुँची तो मुझे समझ आया कि मेरे पति सही थे. पार्किंग खाली थी, कार चोरी हो चुकी थी.
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मैंने तुरंत पुलिस को कॉल किया, अपनी लोकेशन और पार्किंग एड्रेस बताया और कार की पूरी जानकारी दी.
मैं बराबर कन्फ्यूज थी कि चाबियाँ इग्नीशन में भूल जाने के कारण ही कार चोरी हो गई थी.
फिर मैंने अपने पति को डरते-डरते कॉल लगाईं और बोली—“डार्लिंग ( ऐंसे समय मैं उन्हें डार्लिंग कहकर ही बुलाती थी ) मैं अपनी कार की चाबियाँ इग्नीशन में भूल गई और अपनी कार चोरी हो गई.!”
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फोन पर थोड़ी देर शान्ति रही. मुझे लगा मेरे पति गुस्से में फोन काट देंगे. लेकिन फिर उनकी गुस्से में चिल्लाने की आवाज आई—“बेवकूफ, मैं खुद तुम्हे मीटिंग अटेंड करने के लिए होटल छोड़कर आया था.!”
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अब शांत रहने की मेरी बारी थी. मैं खुश हो गई थी कि चलो कार चोरी तो नहीं हुई. फिर मैंने कहा—“ओके, तो फिर प्लीज, मुझे लेने के लिए ही आ जाओ.?”
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पति फिर चिल्लाए—“मैं जितनी जल्दी हो सकेगा, तुम्हें लेने के लिए पहुँचता हूँ, लेकिन पहले इस पुलिस वाले को तो बताओ, कि मैंने तुम्हारी कार नहीं चुराई है, जिसने मुझे पकड़ रखा है….!”
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अकेले मत हँसिए……..दूसरे पति/पत्नियों को शेयर कीजिये,
क्योंकि ….
रोज बहुत सारी चीजें गलत होती रहती हैं।
लेकिन हर बात के लिए, भगवान या सरकार को कोसते रहना ठीक नहीं….
कोर्ट में एक एक्सीडेंट केस
पर सुनवाई चल रही थी
पर सुनवाई चल रही थी
जज: क्या सबूत है.. की तुम
कार धीमे चला रहे थे.. ?
कार धीमे चला रहे थे.. ?
आरोपी: हुजुर, मै अपनी बीवी को
लेने अपने ससुराल जा रहा था ..।
लेने अपने ससुराल जा रहा था ..।
जज: रिहा कर दो इस मासूम को ..।
पति (पत्नी से)- ये क्या तुम एक और सूट ले आयी? अभी परसों ही तो..
पत्नी चिल्लाकर बोली- क्या परसों?
बोलो.. बोलो क्या कहा तुमने?
रुक क्यों गये?
क्या परसों, बोलो जल्दी-जल्दी बोलो ना, बताओ क्या परसो?
बोलो.. बोलो क्या कहा तुमने?
रुक क्यों गये?
क्या परसों, बोलो जल्दी-जल्दी बोलो ना, बताओ क्या परसो?
पति- कुछ नही, मैं बस यह कह रहा था की..
परसों भी एक ही सूट लायी थी पगली, आज तो दो ले आती..!!
परसों भी एक ही सूट लायी थी पगली, आज तो दो ले आती..!!
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किसकी मर्जी चलती है
पति पत्नी के बीच बहस हुई और नौबत मारपीट तक आ पहुंची.
पत्नी बेलन लेकर पति पर झपटी तो उसने बला की फुर्ती दिखाई और झटपट अलमारी के अन्दर घुस गया.
“बाहर निकलो !” – पत्नी बेलन से अलमारी का दरवाजा खटखटाते हुए बोली.
“नहीं निकलूंगा ..” – अन्दर से पति बोला.
“मैं कहती हूँ कि बाहर निकलो …!” – पत्नी चिल्लाई.
“नहीं निकलता !” – पति भी अलमारी के अन्दर से चिल्लाया.
जोर – जोर की आवाजें सुनकर दो चार पडोसी भी आ गए और पूछने लगे कि क्या बात है.
पत्नी लगभग चीखती हुई पड़ोसियों से बोली – “ये डरपोक आदमी अलमारी के अन्दर घुस गया है …. इसे कह दो कि चुपचाप बाहर निकल आयें वरना …”
“नहीं निकलता … नहीं निकलता ! आज पूरे मोहल्ले को पता लग ही जाना चाहिए कि इस घर में किस की मर्जी चलती है … !!!” – अलमारी के अन्दर से पति दहाड़ा.
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